एक नई रिपोर्ट ने भारत में बाल कैंसर देखभाल पर कुपोषण के गंभीर प्रभाव का खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि निदान के समय महत्वपूर्ण प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कैंसर से पीड़ित बच्चों में से लगभग 70% कुपोषण के शिकार हैं। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि कुपोषण कैंसर के उपचार के प्रभाव को कम कर सकता है और कैंसर से पीड़ित बच्चों के जीवित रहने की दर को कम कर सकता है।
कुपोषण के कई कारण हैं, जिनमें खराब आहार, संक्रमण और गरीबी शामिल हैं। भारत में कई बच्चों के पास पर्याप्त भोजन तक पहुंच नहीं है और वे कुपोषण से पीड़ित हो जाते हैं।
कुपोषण का कैंसर के उपचार पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। कुपोषण से पीड़ित बच्चे कैंसर के उपचार को सहन करने में कठिनाई कर सकते हैं और संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। इसके परिणामस्वरूप कैंसर से पीड़ित बच्चों की जीवित रहने की दर कम हो जाती है।
कुपोषण की समस्या का समाधान करने के लिए भारत में कई प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों में बच्चों को पोषण पूरक आहार प्रदान करना, जागरूकता बढ़ाना और गरीबी को कम करना शामिल है।