नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का शुक्रवार को चौथा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के कारण स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा की स्थिति:
राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सांसदों ने अदानी समूह पर लगे आरोपों और मणिपुर व संभल में हुई हिंसा पर चर्चा के लिए स्थगन नोटिस खारिज किए जाने पर जोरदार विरोध दर्ज कराया।
लोकसभा की स्थिति:
सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने विभिन्न मुद्दे उठाने की मांग की।
हंगामे के कारण कार्यवाही को पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
मुख्य मुद्दे:
विपक्ष अदानी समूह पर लगे आरोपों को लेकर चर्चा की मांग कर रहा है।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है।
स्पीकर और चेयरमैन का रुख:
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी दलों के 16 नोटिस खारिज कर दिए।
विधायी गतिविधियां:
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2023 की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का कार्यकाल 2025 के बजट सत्र के अंतिम दिन तक बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
आगे की योजना:
दोनों सदन अब सोमवार सुबह फिर से मिलेंगे।
महत्वपूर्ण जानकारी:
विपक्ष अदानी मामले पर विशेष चर्चा की लगातार मांग कर रहा है।