यह एक्सोप्लैनेट एक युवा प्रोटोस्टार के चारों ओर एक झुके हुए डिस्क में परिक्रमा कर रहा है। यह खोज वैज्ञानिकों को ग्रहों के निर्माण के बारे में नई जानकारी दे रही है। इससे पहले, वैज्ञानिकों का मानना था कि ग्रह एक समतल डिस्क में बनते हैं। लेकिन TIDYE-1b की खोज से पता चलता है कि ग्रह झुके हुए डिस्क में भी बन सकते हैं।
यह खोज खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह हमें ब्रह्मांड के बारे में और अधिक जानने में मदद करेगी।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें ग्रहों के निर्माण के बारे में हमारी समझ को चुनौती देती है। यह खोज हमें ब्रह्मांड में ग्रहों के निर्माण के बारे में अधिक जानने में मदद करेगी।