देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। मंगलवार को भी दिल्ली के प्रदूषण स्तर में कोई सुधार नहीं देखा गया। प्रदूषण के कारण शहर में आए पर्यटक स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत कर रहे हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन और पराली जलाने की समस्या है। शहर की जहरीली हवा ने आम नागरिकों और पर्यटकों दोनों को प्रभावित किया है। कई पर्यटक सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायत कर रहे हैं।
पर्यटन स्थलों पर पहुंचे लोगों का कहना है कि प्रदूषण के कारण घूमने का अनुभव खराब हो रहा है। प्रदूषण नियंत्रण उपायों की कमी से लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। डॉक्टरों ने भी प्रदूषण के स्तर को देखते हुए मास्क पहनने और बाहर कम समय बिताने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि प्रदूषण को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह पर्यटकों की संख्या को प्रभावित कर सकता है। प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए कुछ कदम उठाने का दावा किया है, लेकिन फिलहाल उसका प्रभाव नहीं दिख रहा है।
शहर के स्थानीय लोग भी प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। सांस संबंधी बीमारियों, एलर्जी और आंखों की समस्याओं के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साफ हवा की मांग को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की भी जरूरत महसूस की जा रही है।