रिलायंस इंडस्ट्रीज और द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी ने भारत में अपने मीडिया विलय को मंजूरी दिलाने के लिए प्रतिस्पर्धा आयोग को कुछ रियायतें देने पर सहमति जताई है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों कंपनियां उन क्षेत्रीय भारतीय भाषा चैनलों में कुछ हिस्सेदारी छोड़ सकती हैं जहां उनकी बाजार में दबदबा है।
भारत में मीडिया क्षेत्र में रिलायंस और डिज़्नी की मौजूदगी काफी मजबूत है। दोनों कंपनियों का विलय होने से उनके बाजार में दबदबे की स्थिति पैदा हो सकती थी, जिसकी वजह से प्रतिस्पर्धा आयोग ने कुछ शर्तें रखी हैं।
इससे पहले भी भारत में कई बड़े विलयों को प्रतिस्पर्धा आयोग की शर्तों के बाद ही मंजूरी मिली है। इस मामले में भी ऐसा ही होने की संभावना है।