Apple ने भारत से 6 अरब डॉलर के iPhone निर्यात कर एक बड़ा कदम उठाया है। यह कदम चीन पर अपनी निर्भरता कम करने और भारत में उत्पादन बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Apple के तीन प्रमुख सप्लायर, ताइवान की फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और पेगाट्रॉन, और भारतीय कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, दक्षिणी भारत में iPhone असेंबल करते हैं। इन कंपनियों की मदद से Apple भारत में अपने iPhone का उत्पादन तेजी से बढ़ा रहा है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह कदम?
- चीन पर निर्भरता कम करना: Apple लंबे समय से चीन पर अपने उत्पादों के निर्माण के लिए निर्भर रहा है। भारत में उत्पादन बढ़ाकर Apple चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है।
- भारत में रोजगार सृजन: Apple के उत्पादन में वृद्धि से भारत में लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है।
- भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: Apple का भारत में उत्पादन भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद कर रहा है।
क्या हैं चुनौतियां?
- कौशल विकास: भारत में अभी भी कुशल श्रमिकों की कमी है। Apple को भारत में कुशल श्रमिकों को प्रशिक्षित करने के लिए निवेश करना होगा।
- बुनियादी ढांचा: भारत में अभी भी बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है। Apple को भारत में अपने संचालन के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश करना होगा।
आगे का रास्ता:
Apple के इस कदम से भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आ सकती है। अन्य कंपनियां भी भारत में उत्पादन स्थापित करने के लिए प्रेरित हो सकती हैं।
मुख्य बिंदु:
- Apple ने भारत से 6 अरब डॉलर के iPhone निर्यात किए।
- Apple ने चीन पर निर्भरता कम करने के लिए यह कदम उठाया है।
- भारत में Apple के तीन प्रमुख सप्लायर हैं: फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स।
- Apple का यह कदम भारत में रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेगा।