मालदा: पश्चिम बंगाल के जेल में बंद पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी सहयोगी और तृणमूल कांग्रेस नेता आसरफुल इस्लाम पर राशन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा है। इस घोटाले के चलते उन्हें निलंबित किया गया और लगभग 8 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। आरोपों के अनुसार, आसरफुल ने 2015 से 2022 के बीच राशन आपूर्ति में कई गड़बड़ियां की हैं।
इस मामले में शिकायतकर्ता दुक्खू शेख ने कहा कि आसरफुल नियमों के अनुसार राशन सामग्री नहीं दे रहे थे और रातों-रात उनका माल गायब हो जाता था। आसरफुल ने सरकारी गोदाम से राशन की सामग्री को काले बाजार में बेचकर कई फर्जी राशन कार्ड बनाए और करोड़ों की संपत्ति अर्जित की।
खाद्य विभाग की जांच के बाद पाया गया कि आसरफुल ने 2015 से 2022 के बीच भारी अनियमितताएं कीं, जिससे न केवल उनकी राशन डीलरशिप रद्द कर दी गई बल्कि जुर्माना भी लगाया गया। TMC जिला अध्यक्ष अब्दुर रहीम बक्सी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भ्रष्टाचार के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल आसरफुल इस्लाम ने इस जुर्माने के आदेश के खिलाफ कलकत्ता उच्च न्यायालय में अपील की है। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है।