एरोबिक व्यायाम कीमोथेरेपी ले रही महिलाओं में संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाता है.

एक नए अध्ययन से पता चला है कि एरोबिक व्यायाम कीमोथेरेपी ले रही स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं में संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बना सकता है। कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों में से एक संज्ञानात्मक कार्य में कमी है, जिसमें याददाश्त कमजोर होना, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और निर्णय लेने में समस्याएं शामिल हैं।

यह अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि नियमित व्यायाम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। एरोबिक व्यायाम से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और नए तंत्रिका कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा मिलता है, जिससे संज्ञानात्मक कार्य में सुधार होता है।

इस अध्ययन के परिणाम उन महिलाओं के लिए एक बड़ी उम्मीद हैं जो कीमोथेरेपी ले रही हैं। यह सुझाव देता है कि नियमित व्यायाम कीमोथेरेपी के कुछ दुष्प्रभावों को कम करने में मदद कर सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह अध्ययन अभी भी प्रारंभिक चरण में है और अधिक शोध की आवश्यकता है। फिर भी, यह अध्ययन उन महिलाओं को प्रोत्साहित करता है जो कीमोथेरेपी ले रही हैं, वे नियमित रूप से व्यायाम करें।

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