नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और शहर धुंध की चादर में लिपटा हुआ है। हवा की गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में भारी गिरावट आई है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
कितना खतरनाक है यह प्रदूषण?
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो रही हैं।
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
बच्चे, बुजुर्ग और पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को इस प्रदूषण से सबसे ज्यादा खतरा है।
सरकार क्या कर रही है?
सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे कि उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना, वाहनों की संख्या कम करना और लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना।
क्या करें हम?
हम सभी को प्रदूषण कम करने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिए। जैसे कि, घरों में कम से कम कोयला या लकड़ी जलाएं, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और कार पूलिंग को बढ़ावा दें।
निष्कर्ष:
दिल्ली में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन गई है। हमें सभी को मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए प्रयास करने होंगे।