जयपुर: राजस्थान के स्कूलों में शिक्षा के तरीके में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब राज्य के स्कूलों में छात्रों को ‘गुड मॉर्निंग’ और ‘हैलो’ कहने के बजाय ‘सुप्रभातम्’ और ‘नमस्कारम्’ कहना होगा।
संस्कृत संस्कृति को बढ़ावा
राज्य का संस्कृत शिक्षा विभाग ने स्कूलों में संस्कृत संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ये नए निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के तहत स्कूलों में छात्रों के लिए एक नया ड्रेस कोड भी तय किया गया है जो संस्कृत संस्कृति से प्रेरित है।
मोबाइल फोन पर प्रतिबंध
इसके अलावा, सामान्य शिक्षा स्कूलों में मोबाइल फोन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। स्कूल प्रशासन का मानना है कि इससे छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
क्यों है ये बदलाव महत्वपूर्ण?
- संस्कृति को बढ़ावा: ये बदलाव भारतीय संस्कृति, खासकर संस्कृत भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है।
- शिक्षा में बदलाव: ये बदलाव शिक्षा के तरीके में एक नया आयाम जोड़ेंगे।
- छात्रों के लिए फायदेमंद: इससे छात्रों को अपनी मातृभाषा और संस्कृति से जोड़ने में मदद मिलेगी।
- अनुशासन: मोबाइल फोन पर प्रतिबंध से स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
आगे क्या होगा?
राज्य सरकार का मानना है कि इन बदलावों से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा और वे अच्छे नागरिक बनेंगे। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि इन बदलावों से छात्रों पर अनावश्यक बोझ पड़ेगा।