भारत की शानदार भारोत्तोलक मिराबाई चानू ने हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहकर देश को निराशा दी। इस निराशा के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वो तीसरे दिन के पीरियड्स की वजह से थकान महसूस कर रही थीं। यह बयान उनके लिए हिम्मत दिखाने वाला रहा क्योंकि कई महिलाएं इस बात से सहमत होंगी कि पीरियड्स के दौरान शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।
खिलाड़ियों के लिए तो ये चुनौतियां और भी बढ़ जाती हैं, क्योंकि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से शीर्ष पर रहना होता है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान होने वाली कड़ी थकान, पेट दर्द और अन्य समस्याएं उनके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
इस मुद्दे पर अब तक ज्यादा बात नहीं हुई है, लेकिन मिराबाई चानू के बयान के बाद इस पर चर्चा शुरू हो गई है। उम्मीद है कि इससे और महिला एथलीट्स को अपनी समस्याओं के बारे में खुलकर बात करने का हौसला मिलेगा।