कोलकाता/दिघा: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिसंबर के पहले दो हफ्तों में कई बड़े फैसलों और घटनाओं में सक्रिय भूमिका निभाई। इसी दौरान, उन्होंने 11 दिसंबर को पूर्वी मिदनापुर के समुद्री रिसॉर्ट दिघा में प्रस्तावित जगन्नाथ धाम संस्कृती केंद्र का निरीक्षण किया।
मुख्य बिंदु:
- यह केंद्र प्रसिद्ध पुरी के जगन्नाथ मंदिर की प्रतिकृति है।
- परियोजना का निर्माण HIDCO द्वारा लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना 30 अप्रैल 2025 को जनता के लिए खोली जाएगी।
- उद्घाटन की तारीख अक्षय तृतीया पर रखी गई है, जो हिंदू कैलेंडर में बेहद शुभ मानी जाती है।
- ममता ने कहा कि यह केंद्र धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा और राज्य के विकास में योगदान करेगा।
- इस परियोजना में भव्य पोर्टिको, विशाल प्रार्थना स्थल और सांस्कृतिक केंद्र शामिल होंगे।
- मंदिर के डिजाइन में पुरी के मूल मंदिर की झलक देखने को मिलेगी।
- सरकार का मानना है कि इससे दिघा में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।
- यह परियोजना बंगाल के धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करेगी।
- ममता ने केंद्र का निरीक्षण करते हुए परियोजना की प्रगति पर संतोष जताया।
- ममता बनर्जी ने कहा कि यह केंद्र सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का प्रमुख स्थान बनेगा।
- राज्य सरकार ने इसे पर्यटन हब बनाने की योजना बनाई है।
- इस दौरान ममता ने अन्य चल रही विकास परियोजनाओं का भी जायजा लिया।
- मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समयसीमा का पालन सुनिश्चित करने को कहा।
- यह केंद्र बंगाल की जनता और बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा।
- परियोजना के उद्घाटन से पहले सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
- यह मंदिर क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करेगा।
- राज्य सरकार इसे धार्मिक पर्यटन की दिशा में एक बड़ा कदम मानती है।
- यह परियोजना ओडिशा के प्रसिद्ध पुरी मंदिर की सुंदरता और भव्यता का सम्मान करती है।
- बंगाल सरकार की यह पहल राज्य में पर्यटन और अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में है।