नई दिल्ली: दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 288 पर पहुंच गया है। यह ‘खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं, गाजियाबाद में स्थिति में सुधार हुआ है और संजय नगर में AQI 105 दर्ज किया गया है, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों से निकलने वाला धुआं और किसानों द्वारा पराली जलाना प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो रही हैं।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे कि वाहनों के विषम संख्या प्लेट सिस्टम, उद्योगों पर प्रतिबंध और पराली जलाने पर रोक। लेकिन फिर भी प्रदूषण की समस्या जस की तस बनी हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण को कम करने के लिए दीर्घकालिक उपाय करने की जरूरत है। इसमें सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना और उद्योगों को प्रदूषण कम करने वाले तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना शामिल है।