नई दिल्ली: 2005 के कोयला ब्लॉक घोटाले में एक और बड़ा फैसला आया है। सीबीआई की विशेष अदालत ने अभिजीत इन्फ्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर और एक पूर्व निदेशक को दोषी करार दिया है। इन दोनों को जेल की सजा सुनाई गई है।
सीबीआई के मुताबिक, अभिजीत इन्फ्रा ने ब्रिंदा, सिसाई और मेरल में कोयला ब्लॉक का आवंटन फर्जी दस्तावेजों के जरिए हासिल किया था। कंपनी ने इस काम में कुछ सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रची थी।
यह मामला 2005 में सामने आया था जब केंद्र सरकार ने कोयला ब्लॉक आवंटन में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाए जाने के बाद जांच के आदेश दिए थे। इस घोटाले में कई बड़े उद्योगपतियों और राजनेताओं के नाम सामने आए थे।
अभिजीत इन्फ्रा के एमडी और पूर्व निदेशक को दोषी करार दिए जाने से इस मामले में जांच को एक नया मोड़ मिला है। सीबीआई अब इस मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है।