भाजपा ने सोमवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों की घोषणा की। इनमें हरियाणा से पूर्व महिला आयोग प्रमुख रेखा शर्मा, आंध्र प्रदेश से रायगा कृष्णैया और ओडिशा से सुजीत कुमार शामिल हैं।
रेखा शर्मा हरियाणा से उम्मीदवार:
भाजपा ने हरियाणा से रेखा शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
आंध्र प्रदेश से रायगा कृष्णैया:
रायगा कृष्णैया, जिन्होंने हाल ही में वाईएसआरसीपी से इस्तीफा दिया, को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
ओडिशा से सुजीत कुमार:
बीजद से निष्कासित सुजीत कुमार को भाजपा ने ओडिशा से टिकट दिया है।
तीन राज्यों में उपचुनाव:
आंध्र प्रदेश, ओडिशा और हरियाणा में 20 दिसंबर को राज्यसभा उपचुनाव होंगे।
आंध्र प्रदेश में तीन रिक्तियां:
वाईएसआरसीपी सदस्यों वेण्कटरमणा राव मोपिडेवी, बीधा मस्तान राव यादव और रायगा कृष्णैया के इस्तीफे से तीन सीटें खाली हुईं।
वाईएसआरसीपी में टूट:
कृष्णैया के साथ यादव और मोपिडेवी ने भी अगस्त में इस्तीफा दिया था।
हरियाणा में रेखा शर्मा की एंट्री:
भाजपा के कृष्ण लाल पंवार ने विधायक चुने जाने के बाद राज्यसभा सीट छोड़ी।
ओडिशा में बदलाव:
सुजीत कुमार ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया, जिसके बाद उन्हें बीजद से निष्कासित कर दिया गया।
ओडिशा में भाजपा का विस्तार:
सुजीत कुमार के जरिए भाजपा ओडिशा में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक समीकरण:
भाजपा ने उपचुनाव में नए चेहरों को मैदान में उतारकर राजनीति में नई रणनीति अपनाई।
कृष्णैया का कार्यकाल:
कृष्णैया का कार्यकाल 2028 तक था।
सुजीत कुमार का कार्यकाल:
उनका कार्यकाल 2026 तक था।
रेखा शर्मा का अनुभव:
महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष होने के नाते रेखा शर्मा को एक मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है।
हरियाणा में भाजपा की मजबूती:
रेखा शर्मा के जरिए भाजपा महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही है।
आंध्र प्रदेश में चुनौती:
वाईएसआरसीपी के प्रभाव को तोड़ने के लिए भाजपा ने कृष्णैया को चुना।
राजनीतिक दांव:
सुजीत कुमार को बीजद से तोड़कर भाजपा ने ओडिशा में मजबूत पैठ बनाने का प्रयास किया।
चुनाव की तारीख:
20 दिसंबर को सभी तीन राज्यों में उपचुनाव होंगे।
भाजपा का दावा:
पार्टी ने सभी सीटों पर जीत का भरोसा जताया।
अलग-अलग कार्यकाल:
उम्मीदवारों का कार्यकाल 2026 और 2028 तक का है।
नई रणनीति:
भाजपा नए चेहरे और गठबंधन तोड़कर अपनी पकड़ बढ़ाने की कोशिश कर रही है।