जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर सुरक्षा बलों ने एक बड़ा अभ्यास किया है। इस अभ्यास में पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने हिस्सा लिया।
क्यों किया गया यह अभ्यास:
- सुरक्षा सुनिश्चित करना: इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य पुल की सुरक्षा को मजबूत करना और किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की तैयारियों का जायजा लेना था।
- आतंकवाद का खतरा: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की धमकी को देखते हुए इस तरह के अभ्यास का महत्व और बढ़ जाता है।
- यात्रियों की सुरक्षा: इस पुल से रोजाना हजारों यात्री गुजरते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
अभ्यास में क्या हुआ:
- सिम्युलेटेड हमला: अभ्यास के दौरान एक सिम्युलेटेड हमले की स्थिति को बनाया गया।
- तत्काल कार्रवाई: सुरक्षा बलों ने इस स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई की।
- समन्वय: विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने आपस में बेहतर समन्वय दिखाया।
क्यों है यह खबर महत्वपूर्ण:
- राष्ट्रीय सुरक्षा: यह अभ्यास राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
- यात्रियों का विश्वास: इससे यात्रियों का पुल की सुरक्षा पर विश्वास बढ़ेगा।
- सुरक्षा बलों की तैयारियां: इस अभ्यास से सुरक्षा बलों की तैयारियों का पता चलता है।
निष्कर्ष:
जम्मू-कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर किया गया सुरक्षा अभ्यास एक सराहनीय कदम है। इससे यह साबित होता है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।