नई दिल्ली: चक्रवात दाना ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तबाही मचाई है। इस चक्रवात के कारण पेड़ उखड़ गए और कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। ओडिशा में हालांकि कोई जान का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पश्चिम बंगाल में चक्रवात से जुड़ी दो मौतें हुई हैं।
ओडिशा में स्थिति:
ओडिशा में चक्रवात दाना ने तटीय क्षेत्रों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण कई घरों की छतें उड़ गईं और पेड़ उखड़ गए। हालांकि, राज्य सरकार ने पहले से ही आवश्यक तैयारी कर ली थी, जिसके कारण जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
पश्चिम बंगाल में स्थिति:
पश्चिम बंगाल में चक्रवात दाना के कारण दो लोगों की मौत हो गई है। राज्य के कई हिस्सों में पेड़ गिरने और बिजली के खंभे टूटने की खबरें हैं।
क्यों आया चक्रवात दाना?
चक्रवात दाना बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव के क्षेत्र के बनने के कारण आया था। इस निम्न दबाव के क्षेत्र ने धीरे-धीरे तीव्र होकर चक्रवात का रूप ले लिया।
क्या हैं चुनौतियाँ?
चक्रवात के बाद अब सबसे बड़ी चुनौती राहत और बचाव कार्य को सुचारू रूप से चलाना है। साथ ही, राज्य सरकार को प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने का काम भी करना है।
निष्कर्ष:
चक्रवात दाना ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में काफी तबाही मचाई है। हालांकि, राज्य सरकारों ने समय रहते कार्रवाई की, जिससे जान-माल का ज्यादा नुकसान होने से बचाया जा सका।