नई दिल्ली, 30 अगस्त 2024: जेपी मॉर्गन चेस के ब्लॉकचेन प्रमुख उमर अहमद ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) eRupee भारतीय भुगतान को आगे ले जाने में एक और कदम है। अहमद ने कहा कि सीबीडीसी जैसे eRupee फिएट करेंसी के ब्लॉकचेन प्रतिनिधित्व हैं, जो केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी और विनियमित किए जाते हैं।
अहमद ने कहा कि सीबीडीसी कई लाभ प्रदान कर सकते हैं, जैसे कि लेनदेन की लागत कम करना, लेनदेन का समय कम करना और वित्तीय समावेश को बढ़ावा देना। उन्होंने कहा कि सीबीडीसी का उपयोग अंतरराष्ट्रीय भुगतान के लिए भी किया जा सकता है।
अहमद ने कहा कि आरबीआई का eRupee एक सफल सीबीडीसी है। उन्होंने कहा कि eRupee का उपयोग कई प्रकार के लेनदेन के लिए किया जा सकता है, जैसे कि भुगतान, स्थानांतरण और निवेश।
अहमद ने कहा कि सीबीडीसी का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने कहा कि सीबीडीसी का उपयोग कई अन्य देशों में भी किया जा रहा है और भविष्य में अधिक देशों में सीबीडीसी अपनाएंगे।
अहमद ने कहा कि सीबीडीसी भारत के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि सीबीडीसी भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था में अग्रणी बना सकता है।