नई दिल्ली, 30 अगस्त 2024: 1984 में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा भारतीय एयरलाइंस के विमान का अपहरण कर लाहौर ले जाने की घटना भारतीय विमानन इतिहास में सबसे लंबी रही, जब तक कि आईसी 814 का अपहरण नहीं हो गया और कंधार ले जाया गया। अपहर्ताओं ने शुरू में नकली हथियार दिखाए थे, लेकिन विमान को लाहौर मोड़ने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से उन्हें कागज में लिपटा पिस्तौल मिला। आईसी 421 के अपहरण की 40वीं वर्षगांठ पर यहां है कहानी।
29 अगस्त 1984 को भारतीय एयरलाइंस का विमान आईसी 421 अमृतसर से जम्मू जा रहा था जब उसका अपहरण कर लिया गया। अपहर्ताओं ने विमान को लाहौर मोड़ दिया और वहां से पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें मदद दी।
अपहर्ताओं ने शुरुआत में नकली हथियार दिखाए थे, लेकिन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उन्हें एक कागज में लिपटा पिस्तौल दिया। इस पिस्तौल के साथ अपहर्ताओं ने विमान के चालक दल और यात्रियों को धमकी दी।
विमान को लाहौर में कई दिनों तक रोका गया। इस दौरान, भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से विमान और यात्रियों को रिहा करने की मांग की। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अंत में, 5 सितंबर 1984 को विमान को रिहा कर दिया गया और यात्रियों को सुरक्षित वापस भारत भेज दिया गया। हालांकि, इस घटना ने भारतीय विमानन उद्योग को एक बड़ा झटका दिया।
आईसी 421 का अपहरण भारतीय विमानन इतिहास में एक काला अध्याय है। यह घटना दिखाती है कि कैसे आतंकवादियों ने भारत की सुरक्षा को कैसे चुनौती दी।