अपने नौ दिनों के मिशन के दौरान, प्रज्ञान ने 103 मीटर की दूरी तय की और 23 विभिन्न स्थानों की जांच की।
भारत का चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा है और मिशन का प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर महत्वपूर्ण खोज कर रहा है। रोवर ने हाल ही में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास एक प्राचीन मैग्मा महासागर के सबूत खोजे हैं।
मैग्मा महासागर चंद्रमा के निर्माण के समय अस्तित्व में था और चंद्रमा की सतह को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर इन मैग्मा महासागर के अवशेषों का विश्लेषण किया है और पाया है कि वे चंद्रमा के निर्माण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
इस खोज से चंद्रमा के निर्माण और विकास के बारे में हमारी समझ में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। यह भी चंद्रमा पर भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
चंद्रयान-3 मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह मिशन चंद्रमा के बारे में हमारी समझ को बढ़ाने में मदद करेगा और भविष्य के अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।