कोलकाता में युवा डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने इस बात पर गंभीर नाराजगी जताई कि एफआईआर दर्ज करने में तीन घंटे की देरी क्यों हुई। कोर्ट ने बंगाल सरकार की भी लापरवाही पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में समय महत्वपूर्ण होता है और देरी से सबूत नष्ट हो सकते हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार से मामले की गंभीरता को समझने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कहा है।
इस मामले में जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपी गई है और कोर्ट ने सीबीआई से मामले की तेजी से जांच करने का निर्देश दिया है।