Ranchi: झारखंड की शिक्षा व्यवस्था और विशेष रूप से खुला विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर आज युवा आजसू (AJSU Party) का प्रतिनिधिमंडल महामहिम राज्यपाल से मिला। प्रदेश संयोजक अजीत कुमार के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और राज्य के उच्च शिक्षा तंत्र में व्याप्त गड़बड़ियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से रांची विश्वविद्यालय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में कुलपति की शीघ्र नियुक्ति की मांग की। साथ ही, राज्य के चार विश्वविद्यालयों में प्रो-वाइस चांसलर की नियुक्ति को अविलंब पूरा करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव शीघ्र कराने, छात्रों के लिए सामूहिक बीमा योजना लागू करने, राज्य के कॉलेजों में बस सेवा आरंभ करने, और छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों की भारी कमी को दूर करने की मांग रखी।
इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने रांची विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉ. रामदयाल मुंडा विश्वविद्यालय रखने और इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने हेतु भारत सरकार से अनुशंसा करने की बात भी कही। साथ ही खुला विश्वविद्यालय को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि विश्वविद्यालय के लिए स्थायी भवन उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। ₹2 करोड़ की लागत से बिना टेंडर के बनाए जा रहे डिजिटल स्टूडियो की जांच की मांग की गई। साथ ही यह भी बताया गया कि विश्वविद्यालय में किताबों की खरीद में करोड़ों की अनियमितता हुई है और ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को GEM पोर्टल के माध्यम से टेंडर दिए जा रहे हैं। वर्षवार लेखा-जोखा सार्वजनिक करने की भी मांग रखी गई।
उन्होंने यह भी बताया कि रांची के अनगड़ा में जमीन उपलब्ध होने के बावजूद किराए की जगह पर स्टूडियो निर्माण कराया जा रहा है, जिससे सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग हो रहा है। ई-लाइब्रेरी खोली तो गई है, लेकिन आज तक छात्रों को उसका लाभ नहीं मिल पाया है, क्योंकि उसका सर्वर चालू ही नहीं किया गया।
ऑपरेटर और एलडीसी की परीक्षा एक ही दिन और एक ही समय पर आयोजित की जाती है, फिर भी एक अभ्यर्थी दोनों पदों के लिए पास हो जाता है, जो संदेह उत्पन्न करता है और इसकी जांच होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त खुला विश्वविद्यालय द्वारा 150 स्टडी सेंटर दुकान, कैफे और लाइब्रेरी में चलाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध है। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति के पूरे कार्यकाल की जांच कराने की भी मांग की।
इन बिंदुओं के अलावा भी कई अन्य छात्रहित के मुद्दों पर राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट कराया गया। इस मौके पर युवा आजसू के प्रदेश संयोजक अजीत कुमार के साथ चेतन प्रकाश, उज्ज्वल महतो, दीपक महतो, आलिया सिंह, मनीष कुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

1 thought on “झारखंड में शैक्षणिक अनियमितताओं पर युवा AJSU Party सक्रिय, महामहिम राज्यपाल से की मुलाकात”