तृणमूल कांग्रेस ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है, लेकिन क्षेत्रीय पार्टियों को महत्व देने की बात कही है। समाजवादी पार्टी राहुल गांधी की स्थिति का उपयोग सरकार पर दबाव बनाने के लिए कर सकती है। डीएमके ने इस कदम का स्वागत किया है। आरजेडी का मानना है कि इससे राज्य में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एमवीए में राहुल गांधी के आक्रामक मुद्दों से विवाद हो सकता है, जिससे सीट बंटवारे में चुनौती आएगी।