नई दिल्ली: 2024 में भारत के एविएशन सेक्टर ने अभूतपूर्व विकास देखा। दैनिक यात्रियों की संख्या 5 लाख के आंकड़े को पार कर गई, जो इस क्षेत्र के लिए एक नया मील का पत्थर है। हालांकि, साल भर सुरक्षा चुनौतियों और फर्जी बम धमकी की घटनाओं ने भी सुर्खियां बटोरीं।
मुख्य उपलब्धियां और आंकड़े:
भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ।
एविएशन सेक्टर ने 2024 में नए एयरलाइंस, रूट्स और सुविधाओं की शुरुआत की।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली) देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बना।
सुरक्षा चुनौतियां:
सालभर फर्जी बम धमकी की कई घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे यात्रियों और अधिकारियों के बीच तनाव रहा।
विमानन सुरक्षा में कड़ी निगरानी और नई तकनीकों का इस्तेमाल शुरू किया गया।
नए नियम और पहल:
नागर विमानन मंत्रालय ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई नए नियम लागू किए।
डिजिटल चेक-इन और फेस-रेकोग्निशन तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा।
पर्यावरणीय प्रयास:
हरित विमानन को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) का प्रयोग शुरू किया गया।
हवाई अड्डों पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स लगाए गए।
भविष्य की योजना:
2025 तक 10 नए हवाई अड्डे और 100 से ज्यादा नए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय रूट शुरू करने की योजना है।
यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा उपायों पर जोर दिया जा रहा है।
निष्कर्ष:
2024 में भारत का एविएशन सेक्टर न केवल यात्रियों की संख्या में वृद्धि के लिए जाना जाएगा, बल्कि सुरक्षा और हरित प्रयासों में सुधार के लिए भी सराहा गया।