नागपुर: भाजपा के एमएलसी राम शिंदे ने बुधवार को महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। चुनाव गुरुवार को होगा। यदि शिंदे चुने जाते हैं, तो राज्य की दोनों विधायिकाओं के प्रमुख पद भाजपा के पास होंगे।
मुख्य बिंदु:
- राम शिंदे ने नामांकन दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और नेता चंद्रकांत पाटिल भी उनके साथ मौजूद थे।
- महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष का पद 7 जुलाई 2022 से खाली पड़ा है।
- इससे पहले एनसीपी नेता रामराजे नाइक-निंबालकर इस पद पर थे।
- राम शिंदे 8 जुलाई 2022 को राज्य विधान परिषद के सदस्य बने।
- उन्होंने 2014-19 के दौरान देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया।
- 2019 और 2020 के विधानसभा चुनावों में राम शिंदे को एनसीपी नेता रोहित पवार ने हराया था।
- महाराष्ट्र विधान परिषद के 78 सदस्यों में से भाजपा के पास 19 सदस्य हैं।
- कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के 7-7 सदस्य हैं।
- शिवसेना शिंदे गुट के पास 6, एनसीपी और एनसीपी (अजीत पवार) के 5-5 सदस्य हैं।
- परिषद में 3 निर्दलीय सदस्य भी हैं।
- पिछले हफ्ते भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर को विधानसभा अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना गया।
- राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अक्टूबर में राज्य मंत्रिमंडल की सिफारिश पर 12 में से 7 एमएलसी के नामों को मंजूरी दी थी।
- भाजपा ने नामांकन दाखिल करते समय समर्थन जुटाने की रणनीति पर जोर दिया।
- अध्यक्ष पद का चुनाव राज्य की राजनीति में भाजपा की स्थिति को मजबूत करेगा।
- शिंदे की उम्मीदवारी को लेकर विपक्षी दलों में चर्चा तेज हो गई है।
- भाजपा ने अध्यक्ष पद पर अपने सदस्य को चुनने की रणनीति तैयार की है।
- नामांकन दाखिल करने के बाद राम शिंदे ने मीडिया से कोई टिप्पणी नहीं की।
- अध्यक्ष पद का फैसला गुरुवार को मतदान के बाद होगा।
- भाजपा इस चुनाव के जरिए अपनी राजनीतिक पकड़ को और मजबूत करने की कोशिश कर रही है।