अजमेर: अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने दरगाह परिसर में शिव मंदिर होने के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह दावा महज लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया गया बेबुनियाद दावा है।
दीवान चिश्ती ने कहा कि दरगाह के 800 साल के इतिहास में कभी भी शिव मंदिर होने का कोई उल्लेख नहीं मिला है। यह दावा पूरी तरह से झूठा और निराधार है। उन्होंने कहा कि दरगाह एक मुस्लिम धार्मिक स्थल है और हमेशा रहेगा।
हाल ही में कुछ लोगों ने दावा किया था कि दरगाह परिसर में एक शिव मंदिर मौजूद है। इस दावे के बाद से ही दरगाह परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ था। दीवान चिश्ती के इस बयान से उम्मीद है कि तनाव कम होगा।