कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने दावा किया है कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को आगामी विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलेगा और किसी के समर्थन की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने महायुति में आंतरिक मतभेद होने और बीजेपी पर सहयोगियों को कमजोर करने का आरोप लगाया।
चेन्निथला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान “एक रहोगे तो सुरक्षित रहोगे” और “बटेंगे तो कटेंगे” महाराष्ट्र की संस्कृति के खिलाफ हैं और लोगों को पसंद नहीं आए।
उन्होंने महायुति के मुख्यमंत्री चेहरे के बारे में सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को अब तक सीएम उम्मीदवार क्यों नहीं घोषित किया।
महायुति में फूट के संकेत
चेन्निथला ने आरोप लगाया कि महायुति में एनसीपी नेता अजित पवार समेत कई नेता योगी आदित्यनाथ के बयान का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अजित पवार पीएम की रैली में नहीं गए, उनके समर्थकों ने भी भाग नहीं लिया। यह असंतोष दिखाता है।”
एमवीए में एकता का दावा
एमवीए के बारे में चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी (एससीपी) पूरी तरह से एकजुट हैं। “हमारे पास कोई विद्रोही नहीं है और सीटों का बंटवारा भी सुचारू रूप से हो चुका है,” उन्होंने कहा।
भ्रष्टाचार के आरोप
चेन्निथला ने महायुति सरकार को “देश की सबसे भ्रष्ट सरकार” बताया और कहा कि चुनाव प्रचार में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है।
सीएम पद पर फैसला चुनाव के बाद
चेन्निथला ने कहा कि एमवीए ने सीएम पद पर कोई फैसला नहीं किया है और चुनाव बाद सभी दल बैठकर इसका हल निकालेंगे।
महायुति की सरकार से नाराजगी
चेन्निथला ने कहा कि “उद्धव ठाकरे सरकार को गिराने का तरीका महाराष्ट्रीयन जनता को पसंद नहीं आया और वे इसका जवाब देंगे।”
चुनाव की तैयारियां
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी। एमवीए को बहुमत मिलने का विश्वास जताते हुए चेन्निथला ने कहा कि राज्य में सत्ता परिवर्तन निश्चित है।