यह भारत के प्रधानमंत्री का गयाना का पहला दौरा है, जो 50 सालों में हो रहा है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
गयाना में भारतीय प्रवासियों की बड़ी संख्या है, जो 1838 में भारत से ले जाए गए थे। इस कारण से गयाना भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इर्फान अली से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।
इसके अलावा, पीएम मोदी गयाना की राष्ट्रीय सभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान भारत और गयाना के बीच सहयोग को बढ़ाने के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा होगी, जिसमें पर्यावरण सुरक्षा और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं।
गयाना में तेल और गैस के बड़े भंडारों के कारण, दोनों देशों के बीच ऊर्जा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, भारत गयाना को स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, और शैक्षिक क्षेत्रों में विकास सहायता भी प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री मोदी गयाना में दूसरी इंडिया-कारिकॉम समिट का सह-आयोजन करेंगे, जो क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा।