महिला सशक्तिकरण का दूसरा नाम है महिला समूह – अनीता देवी.

झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत बालूमाथ आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड का वार्षिक आम सभा 28 सितंबर, शनिवार को बालूमाथ प्रखंड कार्यालय परिसर में संपन्न हुआ। इस संकुल में 22 ग्राम संगठन और 330 सखी मंडल शामिल हैं।

मुख्य अतिथि जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि महिला समूह एक प्रकार के प्रबंधन का कार्य करते हैं, जिसमें महिलाओं द्वारा छोटी-छोटी रकम इकट्ठा कर उसे सही जगह निवेश करने की आवश्यकता है ताकि राशि में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि व्यापार के नए-नए रास्ते पहचानने और ऐसी जगह निवेश करने की जरूरत है जहां से आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके।

अनीता देवी ने यह भी कहा कि महिला समूह से लोन लेकर शादी या घर बनाने में खर्च करना समझदारी नहीं है। इसके बजाय, उस रकम को ऐसी जगह निवेश करें जहां से पैसा कमाया जा सके। जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगी, तो उनकी पहचान बनेगी और वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकेंगी। इससे समाज के अन्य लोग भी प्रेरणा लेंगे। महिलाओं की आर्थिक उन्नति से उन्हें एक स्वतंत्र पहचान मिलेगी, जो महिला समूह की सार्थकता को सिद्ध करती है और यही सच्चा महिला सशक्तिकरण है।

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