पुलिस ने पाटिल को प्रतिमा के निर्माण और रखरखाव में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
प्रतिमा 26 अगस्त को गिर गई थी। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि, इस घटना से क्षेत्र में शोक और आक्रोश फैल गया है।
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि प्रतिमा के निर्माण और रखरखाव में कई अनियमितताएं थीं। पुलिस ने पाया कि प्रतिमा के निर्माण के लिए उपयोग किए गए सामग्री की गुणवत्ता खराब थी और प्रतिमा की संरचना में कई दोष थे।
पुलिस ने पाटिल को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि पाटिल ने प्रतिमा के निर्माण में लापरवाही बरती है और इस घटना के लिए जिम्मेदार है।
छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के एक लोकप्रिय आइकन हैं। उनकी प्रतिमा का गिरना राज्य में एक बड़ा झटका है। लोग इस घटना से दुखी हैं और सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।