नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और देशभर में लोकप्रिय कोचिंग शिक्षक अवध ओझा (Awadh Ojha) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हार को लेकर एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हराने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके विरोधी का पैर छूना पड़ा। पटपड़गंज सीट से चुनाव लड़ चुके अवध ओझा ने यह बयान एक कोचिंग क्लास में छात्रों के सामने दिया, जिसमें उन्होंने चुनाव के दौरान हुई मेहनत और हार के पीछे की वजहों का विस्तार से जिक्र किया।
ओझा का बड़ा दावा: पीएम मोदी ने विरोधी के पैर छूए, इसलिए हार गया
अवध ओझा ने कहा,
“मुझे हराने के लिए इस देश के प्रधानमंत्री को मेरे विरोधी का पैर छूना पड़ा। देख लेना वीडियो। अगर वह पैर नहीं छूते ना, तो मैं नहीं हारता। मैंने चुनाव में जी-जान लगा दी थी। सुबह, शाम, दिन-रात काम किया। क्या झुग्गी, क्या बाजार, क्या गली, हर आदमी से मिला। सिर्फ चार घंटे सोता था – रात के 2 से 6 तक।”
अवध ओझा ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नहीं चाहते थे कि वह जीतकर विधानसभा पहुंचे, क्योंकि उन्हें अंदेशा था कि वहां पहुंचने के बाद वह “बवाल काटेंगे”, यानी सरकार के खिलाफ तीखे सवाल उठाएंगे और विपक्ष की आवाज को बुलंद करेंगे।
“पीएम की इज्जत का सवाल बना दिया गया”
ओझा ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविंद्र सिंह नेगी के पैर छूने की घटना को जनता के बीच इस तरह प्रचारित किया कि यह प्रधानमंत्री की इज्जत का सवाल बन गया।
“उनकी पार्टी के लोग घर-घर जाकर कहने लगे कि पीएम ने इज्जत दांव पर लगा दी है। फिर लोगों का मन बदल गया।”
ओझा ने तंज करते हुए कहा, “मैं तभी जीत सकता था अगर अमेरिका का राष्ट्रपति आकर तीन बार मेरा पैर छू लेता – और इतनी तैयारी मैंने नहीं कर रखी थी।”
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रविंद्र सिंह नेगी को एक मजबूत उम्मीदवार बताया, लेकिन यह भी दोहराया कि अगर पीएम मोदी ने मंच पर जाकर उनके पैर न छुए होते, तो शायद चुनावी नतीजा कुछ और होता।
क्या हुआ था चुनाव प्रचार के दौरान?
फरवरी में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जनसभा को संबोधित करने पटपड़गंज पहुंचे थे। वहां मंच पर भाजपा प्रत्याशी रविंद्र सिंह नेगी ने प्रधानमंत्री के पैर छुए थे। इसके जवाब में नरेंद्र मोदी ने भी नेगी के पैर छू लिए थे। यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी कई मौकों पर दूसरों द्वारा चरण स्पर्श करने पर उन्हें ऐसा करने से रोकते रहे हैं या फिर जवाब में खुद भी सम्मान स्वरूप पैर छूते देखे गए हैं।
नेगी ने 28 हजार वोटों से दी मात
पटपड़गंज सीट से भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी ने अवध ओझा को 28 हजार से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हराया। हालांकि हार के बावजूद अवध ओझा ने यह चुनाव एक नई ऊर्जा और अनोखे अंदाज़ में लड़ा, जिसे उनके समर्थकों ने काफी सराहा।
अवध ओझा का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। जहां एक तरफ भाजपा समर्थक इसे ओझा की ‘हारी हुई मानसिकता’ बता रहे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी और उनके समर्थकों के बीच इस बयान को एक ‘राजनीतिक सच्चाई’ के रूप में देखा जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान पर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की ओर से क्या औपचारिक प्रतिक्रिया आती है।
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