Ramgarh में बड़ा हादसा: कुजू CCL करमा कोलियरी में चाल धंसने से चार की मौत, कई के फंसे होने की आशंका
Ramgarh: झारखंड के रामगढ़ जिले से एक बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। कुजू के करमा कोलियरी क्षेत्र में शनिवार सुबह अवैध खनन के दौरान चाल धंस गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान मो. इम्तियाज, रामेश्वर बेसरा, उनकी पत्नी अनीता देवी और वकील करमाली के रूप में हुई है। हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है और भारी भीड़ जुट गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब ग्रामीण सुबह-सवेरे सीसीएल (CCL) के लीज क्षेत्र में बंद पड़ी खदान से कोयला निकालने के लिए पहुंचे थे। अवैध खनन के दौरान अचानक जमीन धंस गई और कई लोग उसके नीचे दब गए। स्थानीय लोगों ने तीन शवों को तुरंत बाहर निकाल लिया जबकि एक शव भीतर ही दबा रह गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और सीसीएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
मुआवजा की मांग को लेकर प्रदर्शन
हादसे के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। जेएलकेएम नेता बिहारी महतो के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने शवों को घटनास्थल पर रखकर सीसीएल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा, तब तक शवों को हटाने नहीं दिया जाएगा।
CCL की लापरवाही उजागर
बताया जा रहा है कि करमा कोलियरी की यह खदान कुछ समय पहले बंद कर दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद यहां अवैध खनन का सिलसिला जारी था। हादसे के वक्त भी ग्रामीण रात में कोयला निकालने पहुंचे थे। आरोप है कि सीसीएल द्वारा ओपन कास्ट माइंस में ब्लास्टिंग के बाद खदान को खुला छोड़ दिया गया था, जबकि भारी बारिश के चलते जमीन और भी कमजोर हो गई थी। यही लापरवाही इस बड़े हादसे का कारण बनी।
प्रशासन और बचाव दल मौके पर
घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि अंदर अभी भी 8 से 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है। प्रशासन सतर्क है और रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
अवैध खनन पर फिर उठे सवाल
रामगढ़ की यह घटना अवैध खनन की समस्या और सीसीएल जैसी संस्थाओं की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है। बार-बार चेतावनी के बावजूद प्रतिबंधित खदान क्षेत्रों में आम लोगों की आवाजाही और खनन गतिविधियां लगातार जारी हैं। यह हादसा न केवल सुरक्षा मानकों की अनदेखी को दर्शाता है, बल्कि इससे जुड़ी संस्थाओं की लापरवाही भी उजागर करता है।
