रांची/गोड्डा: भोगनाडीह में हूल दिवस (Hull Diwas) के दिन हुए उपद्रव मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने गोड्डा से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से अवैध हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं। पकड़े गए दोनों युवकों का नाम सुधीर कुमार और गणेश मंडल बताया गया है, जिनके बारे में पुलिस ने दावा किया है कि वे पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान बीजेपी नेता चंपई सोरेन के करीबी हैं।
गोड्डा एसपी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को गोड्डा नगर थाना क्षेत्र से पकड़ा गया और पूछताछ में यह सामने आया कि वे 20 जून से ही भोगनाडीह और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय थे। पुलिस के अनुसार, आरोपियों की मंशा हूल दिवस के मौके पर माहौल को बिगाड़ने और राज्यभर में अस्थिरता फैलाने की थी।
गिरफ्तार युवकों के पास से तीन अवैध हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, वे बरहेट और बोरिया क्षेत्र में सक्रिय थे और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी माहौल भड़काने की कोशिश कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
हूल दिवस के दिन यानी सोमवार को झारखंड के साहिबगंज जिला स्थित ऐतिहासिक भोगनाडीह गांव में सिदो-कान्हू पार्क में पूजा करने को लेकर शहीद वंशजों और पुलिस प्रशासन के बीच विवाद हो गया था। वंशजों के पूजा करने से रोके जाने के बाद विवाद ने उग्र रूप ले लिया। आदिवासी ग्रामीणों की ओर से तीर चलाए गए, जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। कई पुलिसकर्मी और ग्रामीण इस झड़प में घायल हुए थे।
प्रशासन इस घटना की जांच में पहले से जुटा था और अब इसे एक “पूर्व नियोजित साजिश” करार देते हुए गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। गोड्डा पुलिस के अनुसार, मामले की जांच कई कोणों से की जा रही है। मोबाइल, सोशल मीडिया गतिविधियों और अन्य डिजिटल सबूतों की भी जांच की जा रही है। पुलिस को भरोसा है कि जल्द ही इस साजिश के पीछे के और भी चेहरे सामने आ सकते हैं।
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