मृतक की पहचान ली चेंग के रूप में हुई है। वह एक कंपनी में प्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे। कंपनी ने ली चेंग को बहुत लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर किया था। ली चेंग ने कंपनी से छुट्टी मांगी थी, लेकिन कंपनी ने उन्हें छुट्टी देने से मना कर दिया था।
ली चेंग ने अंततः काम के बोझ के कारण अंग विफलता से पीड़ित हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। ली चेंग की मौत से चीन में काम के घंटों के मुद्दे पर चर्चा शुरू हो गई है।
ली चेंग की मौत से पता चलता है कि कंपनियां अपने कर्मचारियों को बहुत अधिक काम करने के लिए मजबूर कर रही हैं। यह कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। कर्मचारियों को समय-समय पर छुट्टी लेने की जरूरत होती है ताकि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।
चीन की सरकार को कंपनियों को अपने कर्मचारियों के साथ उचित व्यवहार करने के लिए मजबूर करने की जरूरत है। सरकार को कर्मचारियों के काम के घंटों को सीमित करने के लिए कानून बनाना चाहिए।