भारत रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी राजनयिक कोशिशें तेज कर रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल रूस की यात्रा कर रहे हैं और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में होंगे। भारत एक द्विध्रुवीय दुनिया में एक स्वतंत्र रेखा चलने और दोनों गुटों के साथ व्यापार करने के बाद शांति के लिए एक अनूठी स्थिति में है।
भारत ने इस युद्ध को समाप्त करने के लिए कई प्रयास किए हैं। भारत ने दोनों पक्षों के साथ बातचीत की है और उन्हें शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित किया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी इस युद्ध के खिलाफ मतदान किया है।
भारत का मानना है कि इस युद्ध का समाधान केवल राजनयिक माध्यमों से ही हो सकता है। भारत का मानना है कि सैन्य समाधान इस युद्ध को समाप्त नहीं कर सकता है। भारत ने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए प्रोत्साहित किया है और उन्हें शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए काम करने के लिए कहा है।
भारत इस युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी राजनयिक कोशिशें जारी रखेगा। भारत का मानना है कि वह इस युद्ध को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।